यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना 2023 | UP Keet Rog Niyantran Yojana

किसानों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जाने वाली यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना 2023 किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस योजना के माध्यम से किसानों की फसलों को कीटों और रोगों से बचाया जाएगा जो उन्हें नुकसान से बचाएगा। इससे किसानों की आय भी बढ़ेगी जो उन्हें और उनके परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह योजना 2022-23 से 2026-27 तक चलाई जाएगी।

यूपी कीट रोग नियंत्रण योजना 2023

भारत में मौसम की अनियमितता के कारण किसानों की फसलों में कीट रोग लगने से उनके उपज नुकसान होता है जो खरपतवार की समस्या को बढ़ाता है। किसानों को अपनी फसल को बचाने के लिए रसायन पदार्थों के अलावा अन्य प्रबंधन उपायों की भी जानकारी होना आवश्यक होती है। इससे किसानों को उनकी फसलों की लागत बढ़ने से बचा जा सकता है और उनकी आमदनी में भी कमी नहीं आती है।

Overview

योजना का नामKeet Rog Niyantran Yojana
शुरू की गईउत्तर प्रदेश सरकार द्वारा
संबंधित विभागकृषि विभाग
लाभार्थीउत्तर प्रदेश के किसान
उद्देश्यकीटनाशकों पर और कीटनाशक छिड़काव करने वाली मशीनों पर सब्सिडी प्रदान करना
योजना का प्रकारउत्तर प्रदेश सरकारी योजना
योजना पर खर्च किए जाएंगे19257.75 करोड़ रुपए (5 वर्षों में)
अधिकारिक वेबसाइटhttp://www.upagriculture.com

उत्तर प्रदेश सरकार ने 2018-19 से 2021-22 तक अपने किसानों के लिए रोग नियंत्रण योजना चलाई थी जो अब समस्या का समाधान करने में मदद कर रही है। Keet Rog Niyantran Yojana के प्रभावशाली परिणाम को देखते हुए अब इसे और 5 वर्षों के लिए संचालित किया जाएगा। यह योजना किसानों को अपने फसलों को कीटों से बचाने में मदद करेगी और उन्हें बढ़ते हुए कीटों की टक्कर देगी। इस योजना के तहत आवेदन करने से किसानों को बहुत सारे लाभ मिलेंगे जो उनकी फसलों की रक्षा में मदद करेंगे। आइए हम इस योजना के बारे में और विस्तार से जानते हैं।

जैविक दवाइयों पर मिलेगा कितना अनुदान ?

कृषि विभाग द्वारा एकीकृत नाशजीव प्रबंधन प्रणाली को बढ़ावा दिया जा रहा है, जो कीट/रोग के नियंत्रण के लिए उपयुक्त है। इसके तहत, किसानों को कीट रोग नियंत्रण के लिए बायोपेस्टीसाइडस और बायोएजेंट्स जैसे उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रदेश सरकार द्वारा खाधान्न उत्पादन के लिए बायोपेस्टीसाइडस तथा बायोएजेन्ट्स पर 75% अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा। कृषि विभाग द्वारा स्थापित की गई 09 आई.पी.एम. प्रयोगशालाओं में ट्राइकोडरमा, ब्यूवेरिया वैसियाना, एन.पी.वी., ट्राइकोग्रामा कार्ड जैसे उपकरणों का उत्पादन किया जाएगा।

कितने % अनुदान पर दी जाएगी रासायनिक दवाइयां और स्प्रेयर ?

इस योजना के अंतर्गत छोटे और दुर्बल किसानों को कृषि रक्षा रसायनों का 50% अनुदान दिया जाएगा ताकि वे खेती में खरपतवार, कीट और रोग को रोक सकें। सरकार द्वारा 2022-23 के वित्तीय वर्ष में 1.95 लाख हेक्टेयर भूमि क्षेत्रफल के लिए कृषि रक्षा रसायन प्रदान किया जाएगा। इन रसायनों को फसलों पर छिड़कने के लिए नैपसेक स्प्रेयर, पावर स्प्रेयर और अन्य कृषि यंत्रों पर भी 50% सब्सिडी दी जाएगी। इस वर्ष 2022-23 में 6,000 कृषि रक्षा यंत्र उपलब्ध होंगे। वित्तीय समय के दौरान, सरकार लघु और दुर्बल किसानों को उनकी उत्पादों को सुरक्षित रखने के लिए 2, 3 और 5 क्विंटल के भंडार की सुविधा भी 50% अनुदान पर उपलब्ध कराएगी। उत्तर प्रदेश कीट रोग नियंत्रण योजना के जरिए, 2022 से 2027 तक 41 लाख 42 हजार किसान आच्छादित होंगे।

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लाभ एवं विशेषताएं

  • मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में Keet Rog Niyantran Yojana को मंजूरी दी है जो किसानों की फसलों को नुकसान से बचाने के लिए है।
  • यह योजना वित्तीय वर्ष 2022-23 से लेकर 2026-27 तक चलाई जाएगी।
  • इस योजना के द्वारा फसलों में होने वाले वार्षिक खराबी के 15-20% नुकसान, फसल रोगों से होने वाले 26% नुकसान और कीटों से होने वाले 20% नुकसान से बचाया जा सकेगा।
  • पहले इस योजना को 2017-18 से 2021-22 तक चलाया गया था, जिसके माध्यम से 11,58,321 किसानों को विभिन्न कार्यों में लाभ प्राप्त हुआ था।
  • इस योजना पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 5 वर्षों में 19257.75 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
  • वित्तीय वर्ष 2022-23 में इस योजना पर 34.17 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।

जरुरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • मोबाइल नंबर
  • आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • जमीन से जुड़े कागजात
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
  • आवेदक को उत्तर प्रदेश के स्थाई निवासी होना चाहिए।
  • किसान ही इस योजना के तहत आवेदन करने का पात्र है।

उद्देश्य

उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से कीटनाशक नियंत्रण योजना (यूपी कीट रोध योजना) के तहत सीमांत और लघु किसानों को कीटनाशकों और कीटनाशक स्प्रे वाली मशीनों पर अनुदान प्रदान किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से किसानों को सब्सिडी का लाभ 2018 से 2022 तक मिला था। अब यूपी कीट रोध योजना को 2022-23 से 2026-27 तक 5 साल के लिए विस्तारित किया गया है।

आवेदन प्रक्रिया

  • पहले उन सभी किसानों को अपने जिले के कृषि विभाग में जाना चाहिए जो कीट रोग नियंत्रण योजना के लाभ का उपयोग करना चाहते हैं। उन्हें उस संबंधित अधिकारी से संपर्क करना होगा जो इस योजना को संचालित करता है और आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा।
  • इस लिखित पत्र में सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को विस्तार से पढ़कर समझना और नोट करना ज़रूरी होगा।
  • उसके बाद, समस्त आवश्यक दस्तावेजों को आवेदन पत्र के साथ संलग्न करना होगा।
  • अब इस आवेदन पत्र को कृषि विभाग में ही जमा कर देना होगा, जहां से आप इसे प्राप्त किया था।
  • ऐसे ही आप उपरोक्त योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकते हैं।

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